Algoyojha | अलग्योझा Munshi Premchand
ก้าวเข้าสู่โลกแห่งเรื่องราวอันไม่มีที่สิ้นสุด
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เรื่องสั้น
विरोधी देश में शरण पाये एक सैनिक पिता के, युद्ध के समय, अपने वतन के प्रति कर्तव्य और अपने शरण देने वाले देश के प्रति वफ़ादार रहने के उहापोह की कहानी जिसमें दुश्मन सेना की तरफ़ से उसका बेटा लड़ रहा है।
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 18 กรกฎาคม 2563
ภาษาไทย
ประเทศไทย