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Once Brahmarshi Vashishtha’s eldest son Shakti Maharshi was going somewhere on a narrow path. On the way he met King Kalmashpada of Ikshwaku dynasty. They both got into an argument over who has the right to cross first. The argument escalated to a level that the King hit the Rishi with a whip. The Angry rishi cursed the king to become a demon.
The demon king under the influence of rishi Vishwamitra killed and ate Shakti Maharshi and his brothers.
Rishi Vashishtha was so grief stricken that he decided to end his life. After multiple failed attempts at ending his life he met Shakti Maharshi’s wife Adrushyanti, who was pregnant. She gave birth to a boy, who grew up in the hermitage of his grandfather Vashishtha, thinking he was his father. The boy made Vashishtha rishi forget about his grief and gave him a reason to live, thus he was named Parashara.
पाराशर ऋषि का जन्म
एक बार ब्रह्मर्षि वशिष्ठ के पुत्र शक्ति महर्षि एक सँकरे पहाड़ी रास्ते से कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनकी भेंट सामने से आते हुए राजा कल्माषपाद से हुई। कौन पहले रस्ता पार करे इस बात पर दोनों में विवाद छिड़ गया। दोनों का विवाद इतना बढ़ गया की कल्माषपाद शक्ति मुनि को कोड़े मारने लगे। क्रोध में आकर शक्ति महर्षि ने राजा को राक्षस बन जाने का शाप दे दिया।
राक्षस बने कल्माषपाद ने शक्ति महर्षि को खा लिया और बाद में ऋषि विश्वामित्र के प्रभाव में वशिष्ठ ऋषि के अन्य पुत्रों को भी मार दिया।
जब वशिष्ठ ऋषि को अपने सभी पुत्रों की मृत्यु का पता चला तो दुःख के कारण उन्होंने आत्महत्या करने की सोची, परन्तु अनेक प्रयासों के बाद भी विफल रहे। जब वशिष्ठ ऋषि अपने आश्रम वापस आए तो उन्होंने शक्ति महर्षि की पानी अदृश्यन्ति को गर्भावस्था में पाया। उन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया जो अपने दादा के साथ उनके आश्रम में बड़ा होने लगा।
अपने पौत्र को देखकर वशिष्ठ ऋषि का शोक मिट गया और उनको जीवन जीने की नई प्रेरणा मिली, इसीलिए उन्होंने बालक का नाम पाराशर रखा। Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices
Utgivningsdatum
Ljudbok: 27 december 2022
Taggar
Svenska
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